कोरोना को लेकर लगातार बढ़ते खतरे के बाद भी नही थम रही राजनीतिक रैलियां जनता के लिए बहुत बड़ा खतरा पैदा कर सकती है जिस पर चिंता जताते हुए भाजपा सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही भाजपा सरकार पर हमला बोला साथ ही किसानों व महंगाई के मुद्दे पर भी सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने रात में कर्फ्यू लगाने और भाजपा नेताओं द्वारा दिन में लाखों लोगों की भीड़ बुलाकर रैलियां करने पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह समझ से परे है।
वरुण गांधी ने सरकार पर तंज कसते हुए ट्वीट किया कि रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना – यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है। उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर हमें ईमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन।
आपको बता दे कि देश-प्रदेश में हर रोज कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। जिसे देखते हुए एहितयात के तौर पर यूपी में रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। हालांकि, यूपी चुनाव के कारण राजनेता दिन में हर रोज हजारों लाखों लोगों को बुलाकर रैलियां कर रहे हैं। इस भीड़ में कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ रही हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कोई नजर नहीं आता। वहीं, जनता तो जनता नेता भी मास्क में नजर नहीं आ रहे हैं।
जिसको लेकर वरुण गांधी ने केंद्र सरकार के इस नाइट कर्फ्यु को बेअसर बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना के दूसरे चरण में महाराष्ट्र सरकार को निर्देश देते हुए कहा था कि नाइट कर्फ्यू संक्रमण रोकने के संदर्भ में बहुत कम असरदार होता है। उसे दिन में संक्रमण फैलने से रोकने के पर्याप्त उपाय किए जाने चाहिए। केंद्र सरकार को उसी के निर्देश की याद दिलाते हुए वरुण गांधी ने कहा कि अब केंद्र सरकार को भी संक्रमण रोकने के संदर्भ में ठोस नीति अपनानी चाहिए।
रात्रि के समय सोशल गैदरिंग बहुत कम होती है जिससे रात में संक्रमण की संभावना भी बहुत कम होती है, जबकि दिन के समय व्यावसायिक और व्यक्तिगत गतिविधियां सबसे ज्यादा की जाती हैं, इसलिए सरकार को एक संपूर्ण दृष्टिकोण अपनाते हुए अच्छी रणनीति के साथ कोरोनावायरस फैलाव को रोकने के लिए प्रभावी उपाय लागू करना चाहिए।