[KABEER NEWS DESK ]
चुनाव को लेकर हर बार की तरह इस बार भी विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के द्वारा वहीं ईवीएम का पुराना राग अलापा जा रहा है जिसको लेकर इस बार फिर सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र भेजकर मतदान के दौरान ईवीएम में कई तरह की खामियां होने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि फतेहपुर में सभी 6 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होने के बाद बची रिजर्व और अतिरिक्त ईवीएम व वीवीपैट मशीनों का रिकॉर्ड नहीं दिया जा रहा है।
और साथ ही शेष ईवीएम वीवीपैट मशीनें किसी स्ट्रांग रूम में राजीतिक दलों व प्रत्याशियों के सामने सील भी नहीं की गई। इससे दुरुपयोग की आशंका है। इसी तरह बस्ती में भी स्ट्रांग रूम के पास प्रत्याशियों के नाम की पर्चियां फेंके व जलाए जाने, फॉर्म 17 की प्रतियां फेंके जाने और ईवीएम के सील टैग बड़ी संख्या में फेंके व जलाए जाने की शिकायत मिली है।
उन्होंने बताया कि स्ट्रांग रूम के आगे व पीछे बड़ी संख्या में झाड़ियां है, इससे वहां गड़बड़ी की आशंका भी ज्यादा है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सीतापुर व मुजफ्फरनगर सहित कई जिलों में कार्यरत पुलिस कर्मियों से मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड व हस्ताक्षर युक्त फोटो जमा कराए जाने और उसके आधार पर उनके पोस्टल मतों का दुरुपयोग किए जाने की आशंका की भी बात कही है।
वैसे आपको बता दें कि इससे पहले भी सपा ने सातवें चरण के मतदान के दौरान कई स्थानों पर ईवीएम में गड़बड़ी होने का आरोप लगाया है। और इस संबंध में चुनाव आयुक्त को पत्र भी भेजा है। जिसमें बताया गया है कि मधुबन के बूथ संख्या 154 पर बटन दबाने पर न तो ईवीएम में लाइट जली न ही बीप की आवाज आई। और अतरौलिया के बूथ संख्या 214, 215 पर मतदान अधिकारी केवल बीएलओ की पर्ची से ही लोगों को वोट डालने दिया।
साथ ही जखनिया के बूथ संख्या 69 की ईवीएम में वोट डालने के बाद बीप की आवाज नहीं आ रही थी। कई जगहों पर मतदान कर्मियों ने वोटरों के साथ दुर्व्यवहार भी किया। इसी तरह चंदौली, वाराणसी सहित अन्य जिलों में भी गड़बड़ी मिली है। मल्हनी के बूथ संख्या 394 पर धनंजय सिंह के लोगों ने सपा के वोटरों को वोट नहीं डालने दिया।