[ KABEER NEWS DESK ]
कोरोना के प्रकोप के कारण जहां एक तरफ सरकार औऱ विशेषज्ञ परेशान है तो वहीं दूसरी तरफ न ही जनता की लापरवाही थमने का नाम ले रही है न ही कोरोना मामलो की संख्या जिसको लेकर एक बार फिर प्रदेशभर मे कोरोना के मामलो मे बढ़त दर्ज की गई है और 13681 नए मरीज मिले हैं। और संक्रमण की दर भी बढ़कर 5.70 फीसदी हो गई है। प्रदेश में कुल 57,355 एक्टिव केस हैं, जिनमें से 98 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में हैं। पिछले 24 घंटों में 2,39,771 सैंपलों की जांच की गई है, जबकि 700 लोगों ने कोरोना को मात दी है। साथ ही तीन संक्रमितों की मौत भी हुई है, जिनमें कानपुर नगर, हरदोई व सुल्तानपुर के एक-एक मरीज शामिल हैं।
गौतमबुद्ध नगर में 1992, लखनऊ में 2181, गाजियाबाद में 1526, मेरठ में 1250, वाराणसी में 490, आगरा में 652, मुरादाबाद में 559, कानपुर नगर में 357, मथुरा में 308, प्रयागराज में 281, गोरखपुर में 345, मुजफ्फरनगर में 230, सहारनपुर में 229, बुलंदशहर में 240, अलीगढ़ में 166, बरेली में 219, झांसी में 136, शामली में 101, बाराबंकी में 131, रायबरेली 126, हापुरड़ 114, अमरोहा 108 मरीज मिले हैं। अन्य बाकी जिलों में 100 से कम मरीज हैं। इसी तरह सात जिले में 10 से कम मरीज मिले हैं।
अगर हम राजधानी लखनऊ की बात करे तो लखनऊ में तेजी से फैलते कोरोना ने बुधवार को 2181 लोगों को चपेट में ले लिया। इनमें लखनऊ विश्वविद्यालय के दो छात्र और एक शिक्षिका भी शामिल है। इनमें से एक छात्र हॉस्टल में रहता है। ऐसे में विवि प्रशासन ने यूजी व पीजी के प्रथम सेमेस्टर के छात्रों से हॉस्टल खाली कराने का आदेश दे दिया। कुल मरीजों में 1298 पुरुष व 893 महिलाएं हैं। संक्रमितों में बच्चे, बुजुर्ग और नौजवान भी हैं। वहीं, बीते 24 घंटे में सिर्फ 58 लोगों ने ही वायरस को मात दी। इससे सक्रिय मामलों की संख्या में भी काफी इजाफा हो गया। बुधवार को 8168 एक्टिव केस थे।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार संक्रमण के मामले सबसे तेजी से अलीगंज व चिनहट में बढ़ रहे हैं। इन इलाकों में मरीजों का आंकड़ा लगातार दूसरे दिन 300 के पार हुआ। अलीगंज में 315, चिनहट में 313 लोग पॉजिटिव मिले। इसके अलावा सरोजनीनगर में 214 और आलमबाग में 185 लोगों में वायरस निकला। इंदिरानगर में 174, सिलवर जुबली में 165, एनके रोड के आसपास से 151 तथा टुड़ियागंज में 70 लोग संक्रमित मिले। इससे पहले आठ मई को 2179 और पांच मई को 3004 मरीज राजधानी में मिले थे।

साथ ही सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के अनुसार मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। हालांकि, राहत की बात यह है कि लोग अधिक गंभीर नहीं हैं। अन्य बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को ही संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ रहा है। बाकी लोग घर में आइसोलेट हैं। इसके बावजूद अस्पतालों में इलाज की पुख्ता व्यवस्था है। फिलहाल ऑक्सीजन की सुविधा वाले 4100 बेड तैयार हैं। जरूरत पर इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है।
वैसे आपको बता दे कि उत्तरप्रदेश में स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंट लाइन वर्करों और वरिष्ठ नागरिकों को प्रीकॉशन डोज देने का कार्यक्रम जोरों से चल रहा है। तीन दिनों में तीन लाख से अधिक लोगों को कोविड टीके की प्रीकॉशन डोज दी गई है। इसी तरह 15 से 17 आयु वर्ग के लिए चल रहे अभियान के तहत नौ दिन में 34 लाख 25 हजार से अधिक किशोरों ने टीका लगवा लिया है। और कुला टीकाकरण की बात करे तो प्रदेश में 21 करोड़ 82 लाख से अधिक लोगो को टीके की डोज लगाई गई है। जिनमे करीब 56 फीसदी वयस्क आबादी को टीके की दोनों डोज लग चुकी है, जबकि 92 फीसदी ने कम से कम एक डोज लगवा ली है।