कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रान के खतरे को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने चिंता जताते हुए आगामी चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां द्वारा लगातार की जा ही रैलियों को जल्द ही बंद करने का चुनाव आयोग से आग्रह किया था जिसको लेकर चुनाव आयोग ने जांच के बाद कोई कदम उठाने की बात की थी।
जिसको लेकर चुनाव आयोग ने अब एक बड़ा ऐलान किया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश मे राजनीतिक दलो ने चुनाव आयोग से मुलाकात की और आग्रह किया कि विधानसभा चुनाव समय पर होने चाहिए।
तैयारियों की समीक्षा के लिए उत्तरप्रदेश के तीन दिवसीय दौरे के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया को संबंधित करते हुए कहा कि आगामी चुनावो मे कोई देरी नहीं होगी। उन्होने कहा कि सभी राजनीतिक दलो के प्रतिनिधि ने हमसे मुलाकात की और हमे बताया कि चुनाव सभी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय पर कराए जाने चाहिए।
चुनाव की जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि अगले साल उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर की विधानसभाओं के लिए चुनाव होने हैं। मतदाताओं की अंतिम सूची 5 जनवरी को जारी की जाएगी और मतदान की तारीख को सुबह 8 बजे तक मतदान होगा यूपी चुनावो मे मतदान की अवधि को एक घंटे के लिए बढ़ाया जाएगा ताकि कोविड-19 के लिए सामाजिक दूरी सुनिश्चित की जा सके। सभी मतदान केंद्रो पर वीवीपेट लगाए जाएंगे। चुनाव प्रक्रिया मे पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए लगभग 1 लाख मतदान केंद्रो पर लाइव वेबकास्टिंग की सुविधा उपल्बध होगी और पोल पैनल के जनवरी के पहले सप्ताह मे अगले साल के चुनावो के कार्यक्रम की घोषणा करने की उम्मीद है
साथ ही उन्होने कहा कि 80 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, विकलांग व्यक्ति और कोविड प्रभावित लोग जो मतदान केंद्र पर नहीं आ पा रहे है, चुनाव आयोग उनके दरवाजे तक पहुंचेगा।