भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने ओमप्रकाश राजभर से की तीन दौर की बात…………………………….

उत्तर प्रदेश राज्य
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[ KABEER NEWS DESK ]

इस समय 2022 आगामी चुनाव के चलते देश के सियासी समीकरण मे उतार चढ़ाव लगा हुआ है फिर चाहे वो सियासी समीकरण सपा का हो, भाजपा का हो या फिर किसी अन्य पार्टी का। उसी सियासी समीकरण के चलते भाजपा एक बार फिर  सुभासपा को अपने पाले में लाने की तैयारी में है। और अगर भाजपा की रणनीति सफल रही तो दूसरे चरण के चुनाव से पहले सुभासपा एक बार फिर सपा के सपनो पर पानी फेरते हुए भाजपा से गठबंधन कर सकती है। जिसके चलते भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर से तीन दौर की बात की है। पर हांलि के सियासी वातावरण को लेकर भाजपा का ये सपना पूरा होना असंभव नजर रहा है।

आपको बता दे कि आज से पहले 2017 में भाजपा और सुभासपा ने गठबंधन से चुनाव लड़ा था। तब सुभासपा को 8 सीट मिली थीं जिसमें से उसने 4 सीटें जीती थी। जिसके बाद भाजपा ने सरकार बनने पर ओमप्रकाश राजभर को कैबिनेट मंत्री भी बनाया था। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सुभासपा एनडीए से अलग हो गई।

वैसे आपको बता दे कि पूर्वांचल के कुछ जिलों में अभी भी ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा का काफी प्रभाव है और भाजपा को भी कुछ सीटों पर सुभासपा की ताकत का अहसास है। जिसके चलते कहीं न कहीं भाजपा उन सीटो को सुभासपा के सहारे अपने पक्ष मे लाने की कोशिश मे है।

वैसे बीते साल ओमप्रकाश ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह से मुलाकात भी की थी जिसको लेकर उस समय सुभासपा के भाजपा मे शामिल होने की अटकले तेज हो गई थी लेकिन बात आगे नहीं बढ़ी। जिसके बाद अब एक बार फिर भाजपा इस दांव पर अपना हाथ आजमाना चाहती है जिसको लेकर पार्टी ने राजभर को अपने पाले में लाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। जिसके चलते पार्टी उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने ओमप्रकाश से बीते दिनों तीन बार मुलाकात की है।

सूत्रों के मुताबिक राजभर ने भाजपा के सामने कुछ महत्तवपूर्ण शर्तें रखी हैं और उनकी शर्तों पर फिलहाल पार्टी विचार कर रही है। जिसपर राजभर से मिले दयाशंकर सिंह का कहना है कि उनकी ओमप्रकाश से मुलाकात हुई है, लेकिन गठबंधन पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।

वहीं दूसरी तरफ ओमप्रकाश राजभर ने दावा किया है कि योगी सरकार के एक दर्जन मंत्री सुभासपा और सपा से चुनाव लड़ने को आतुर हैं। उन्होने कहा कि योगी सरकार के मंत्री उनसे रात के अंधेरे में आकर कहते हैं कि चाहे अपनी पार्टी से टिकट दे दीजिए या सपा से दिला दीजिए।  भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह भी सरोजिनी नगर सीट से टिकट मांगने आए थे। उन्होने कहा कि भाजपा उनकी पत्नी को टिकट देगी, इसलिए वे सुभासपा से चुनाव लड़ना चाहते हैं। राजभर ने आरोप लगाया कि भाजपा वाले सपा से उनकी नाराजगी का झूठ फैला रहे हैं। कहा, नागपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं को झूठ बोलने की ट्रेनिंग दिलाई जाती है।

अब सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की बातो से तो कहीं से प्रतीत नहीं हो रहा कि वे भाजपा मे आ रहे है या आना चाहते है

पर अगर इसके बाद भी भाजपा राजभर की शर्तो पर हामी भरते हुए उन्हे अपनी पार्टी मे लाने मे सफल होती है तो ये भाजपा के लिए जीत की ओर एक बढ़ा कदम होगा।

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