योगी के प्रशासन को लेकर जहां एक तरफ गृहमंत्री अमित शाह का कहना है कि योगी के राज मे महिलाएं इतनी खौफमुक्त है कि वे रात को 12 बजे भी अकेले यूपी के रास्तो पर निकल सकती है। तो वहीं दूसरी तरफ गृहमंत्री के इसी दावे को बीजेपी के ही नेताओं की करामात झूठा साबित कर रही है। क्योंकि इसी महिलाओं के लिए सुरक्षित उत्तरप्रदेश के कानपुर से एक मामला सामने आया है जिसमे की एक भाजपा नेत्री ने अपने ही एक रिश्तेदार पर अश्लील वीडियो बनाकर पैसे वसूलने का आरोप लगाया है।
आपको बता दे कि ये पीड़ित महिला यूपी को खौफमुक्त बताने वाली भाजपा की, भाजपा महिला मोर्चा की पदाधिकारी है, जिसने अपने ही रिश्तेदार पर नशीली दवा खिला कर रेप और ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। अब इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और कल्याणपुर पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
भाजपा नेत्री ने दर्ज मुकदमे में आरोप लगाया है कि केशवपुरम में रहने वाले उनके दूर के रिश्तेदार प्रतीक शुक्ला का घर आना जाना लगा रहता था। पिछले दिनों रिश्तेदार के साथ एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वह कानपुर देहात के अकबरपुर गई थीं। अचानक सिर में दर्द होने पर रिश्तेदार उन्हें आराम करने की बात कहकर पास के एक होटल में ले गया, जहां उसने दर्द की दवा के नाम पर उन्हें नशीली गोली दे दी। बेहोश होने पर रिश्तेदार ने उनके साथ रेप किया। जिसके बाद रिश्तेदार ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया।
साथ ही भाजपा नेत्री ने यह भी आरोप लगाया कि रिश्तेदार ने उसे दोबारा फोन न करने की भी हिदायत दी थी। मामले की जानकारी होने पर प्रतीक ने माफी मांगकर पल्ला झाड़ लिया लेकिन इसके बाद भाजपा नेत्री की अश्लील फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए लाखों रुपये की मांग की। जिसका विरोध करने पर रिश्तेदार ने उनकी अश्लील फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी दी थी। बदनामी न हो इसलिए महिला ने रिश्तेदार को लगभग ढाई लाख रुपए भी दिए।
इसके बावजूद 9 दिसंबर को नौबस्ता में प्रतीक ने अपने हाथ पर ब्लेड मारकर नेत्री की गाड़ी में खून के छींटे मारे। और उनकी दोनों बेटियों पर तेजाब डालने की धमकी दी। जिसके बाद तंग आकर पीड़िता ने 14 दिसंबर को कल्याणपुर थाने में तहरीर दी।
इस मामले पर थाना प्राभारी ने बताया कि भाजपा नेत्री का आरोप है कि रिश्तेदार ने उनकी दोनों बेटियों पर तेजाब डालने की धमकी भी दी है। इससे तंग होकर उन्होंने कल्याणपुर थाने में तहरीर दी। जिसका मुकदमा 14 दिसंबर को दर्ज हुआ। लगातार मिल रही धमकियों के बाद मामला प्रकाश में आया। कल्याणपुर इंस्पेक्टर अशोक कुमार दुबे ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी है। एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस जांच में जुटी है।