जल्द आने वाले 2022 विधानसभी चुनावो को लेकर हर राजनीतिक पार्टी जाति धर्म के बल पर यूपी मे सत्ता स्थापित करना चाहती है जिसके चलते हर पार्टी इस बार के चुनाव मे ब्राह्मण समाज को अपने पक्ष मे लाना चाहती है जिसको लेकर ब्राह्मण मतदाताओं की नाराजगी की चर्चाओं से चिंतित भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में ब्राह्मणों की शंकाएं दूर करने और उन्हें लुभाने की रणनीति के तहत पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवप्रताप शुक्ला की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित की है।
रविवार को भाजपा के केंद्रीय व राज्य स्तर के वरिष्ठ ब्राह्मण नेताओं के साथ विचार-विमर्श करने के बाद केंद्रीय मंत्री शिवप्रताप शुक्ला की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया जिसमे केंद्रीय मंत्री व भाजपा के यूपी चुनाव के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ समिति के कामकाज का खाका तैयार किया गया। जिस बैठक में महेश शर्मा, अभिजीत मिश्रा और राम भाई मोरकिया सदस्य के तौर पर शामिल रहे। साथ ही शिवप्रताप शुक्ला, महेश शर्मा, बृजेश पाठक, श्रीकांत शर्मा, आनं स्वरूप संगठन मंत्री सुनील बंसल समेत दर्जनभर नेता भी मौजूद रहे। जिसके बाद सोमवार को समिति के सदस्य व उत्तर प्रदेश भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की ।
आपको बता दे कि रविवार को हुई इस बैठक के बाद समिति के अध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ला ने वहां उपस्थित सभी लोगो का संबोधन करते हुए कहा कि, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) की तरफ से ब्राह्मणों के बीच भ्रम फैलाया जा रहा है कि भाजपा उनकी उपेक्षा कर रही है। ऐसे में उन्हें इस सच्चाई से रूबरू कराना होगा कि भाजपा ने सभी के साथ ब्राह्मणों के लिए भी काम किया है।
साथ ही सोमवारो को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ हुई बैठक के बाद समिति के सदस्य, महेश शर्मा ने एक दिन पहले हुई बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि बैठक में पिछले चुनावों में भाजपा की जीत पर चर्चा की और आगामी चुनावों की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिस्रा सहित तमाम ब्राह्मण नेता राज्य के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे और ब्राह्मण मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने के लिए संपर्क अभियान चलाएंगे। गौरतलब है कि भाजपा ने चुनाव में अपनी सीटें बचाए रखने के लिए समाज के सभी तबकों को साधने का अभियान चला रखा है।
अब चुनाव को लेकर ब्राह्मण समाज को अपने पक्ष मे लाने का बीजेपी का बड़ा दांव शिव प्रताप शुक्ला कितना काम आता है ये तो आने वाला समय और चुनाव के नतीजे ही बताएंगे।
पर जहां एक तरफ राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारियों मे जुटी है तो वही दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए आगामी चुनावो को आगे बढ़ाने और चल रही इन रैलियों को रोकने की लगातार मांग जारी है पर अभी तक केंद्र सरकार और चुनाव आयोग किसी के द्वारा भी कोई कदम नही उठाया जा रहा जो हम सबके लिए आने वाले समय मे एक बार दूसरी लहर की तरह फिर बड़ा संकट पैदा कर सकता है।