भाजपा से सीएम योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने के एलान के बाद से ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के भी चुनावी मैदान मे उतरने के कयास लगाए जा रहे थे जो अभी भी जारी है पर इस पर अभी भी अखिलेश के द्वारा पूर्ण रूप से हामी नही भऱी गई है जिसको लेकर समाजवादी पार्टी के अंदर सीटों पर विचार शुरू हो गया है। उनके लिए आजमगढ़ जिले की गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र और मैनपुरी जिले की एक विधानसभा पर विचार चल रहा है। जिसको लेकर पार्टी के सूत्रों का कहना है कि इन दोनों सीटों के समीकरण पर मंथन चल रहा है। हालांकि अभी तक चुनाव लड़ने की अधिकृत घोषणा नहीं की गई है।
वैसे आपको बता दे कि हमेशा से समाजवादी पार्टी की मनचाही सीटो मे से एक आजमगढ़ जिले की गोपालपुर सीट पर नफीस अहमद विधायक हैं। वह हमेशा से ही अखिलेश यादव के खास माने जाते रहे हैं और यह सीट भी लगातार चार बार से सपा के पाले में ही आती रही है। वैसे तो इस सीट पर सबसे ज्यादा यादव वोट हावी रहता है पर अगर इसके बाद विचार करे तो यादव के बाद इस सीट पर सबसे ज्यादा वोट दलित समाज का है इसलिए हमेशा से इस सीट पर सीधी टक्कर सपा और बसपा की होती रही है।
इस संबंध में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का कहना है कि सपा अध्यक्ष के चुनाव लड़ने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। जरूरत पड़ी तो वे कहीं से भी लड़ सकते हैं।
आपको बता दे कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर की सीट से चुनाव लड़ने के एलान के बाद से सपा अध्यक्ष पर भी दबाव बन रहा था जिसे देखते हुए सपा अखिलेश के भी चुनाव लड़ने पर मंथन कर रही है। इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी प्रयागराज की सिराथू सीट से चुनाव लड़ेंगे।
अब योगी आदित्यनाथ के बाद अखिलेश यादव चुनाव लड़ेगें या नहीं और अगर लड़ेगें तो किस सीट से लड़ेगें अखिलेश के इस एलान का सभी को बड़ी बेसब्री से इंतजार है ।