कानपुर में नौकरी के नाम पर लाखो की ठगी ,पुलिस हुई सक्रिय

उत्तर प्रदेश राज्य
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♦एक तो बेरोजगारी , ऊपर से धोखाधड़ी

♦आखिर कैसे आज का युवक पूरे कर पाएगा,अपने सपनों की झड़ी
[KABEER NEWS DESK]
युं तो कुछ हालात सरकार ने बिगाड़ रखे है, बाकि की कसर ये ठगी वाले पूरी कर लेते है।
जी हां आज का युवक सरकार से तो परेशान था ही और अब ठगी वाले भी जीने नहीं देते ।
महाराजपुर निवासी सोनू वर्मा के साथ भी कुछ ऐसा ही घटा, बीएससी के छात्र दीपक तिवारी ने रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था और सोनू ने अपने तीन अन्य रिश्तेदारों को भी ठगों से मिलवा दिया था। ठगों ने चारों से करीब बीस लाख रुपये लिए। फर्जी दस्तावेज सौंप कर नौकरी ज्वॉइन करने के लिए नियुक्ति पत्र भी दे दिया गया ।और इसके बाद सच्चाई सामने आई। खुलासा करने वाली टीम को एसपी आउटर ने इनाम की घोषणा की है।

20 लाख रूपये की ठगी

दरअसल बीते 23 अप्रैल को महोली निवासी सोनू वर्मा ने महाराजपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि ठगों ने फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर तैयार कर रेलवे विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे और रिश्तेदारों से 20 लाख 26 हजार रुपये ठग लिए।

सर्विलांस की मदद से जालसाज हुए गिरफ्तार

इसके बाद मामले की जांच में जुटी महाराजपुर पुलिस ने सर्विलांस की मदद से जालसाजों को शुक्रवार कानपुर सेंट्रल से गिरफ्तार कर लिया। ठगों की पहचान सरगना प्रयागराज के, मांडा बेदौली निवासी, रोशन खान (चतुर्थ श्रेणी रेलवे कर्मी), दीपक तिवारी, रामभजन पटेल, झारखंड के साहबगंज निवासी सत्यवीर और हरियाणा के फतेहाबाद भुना निवासी, भारत सिंह उर्फ मलिक के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके पास से फर्जी नियुक्ति पत्र, मोबाइल व लैपटॉप बरामद किया है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों को शुक्रवार कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

ऐसे करते थे डील

सरगना रोशन रेलवे भर्ती की प्रक्रिया से परिचित था। बीएससी पास दीपक तिवारी बेरोजगार युवकों को फंसा कर रोशन के पास लाता था। रुपये एडवांस मिलते ही दोनों युवकों को दिल्ली, प्रयागराज स्थित रेलवे के दफ्तरों में ले जाते थे। होटलों में अधिकारियों से मुलाकात कराने के नाम पर होटलों में रुकते थे। एमकॉम पास सत्यवीर और इंटरमीडिएट पास भरत उर्फ मलिक युवकों से अधिकारी बनकर डील करते थे। फर्जी परीक्षा कराने का काम सत्यवीर का था। भरोसा होने पर पीड़ितों से और रुपये ऐंठ लिए जाते थे। गिरोह का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। और गैंगस्टरों पर कार्रवाई की जाएगी।
 आखिर कब तक देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता रहेगा। या ,सरकार इसके खिलाफ कुछ सख्त कदम भी उठाएगी।
[SONIYA SAINI]

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