2022 के आगामी विधानसभा चुनाव मे सबसे ज्यादा जिन दो पार्टियों का बोलबोला है वो है भारतीय जनता पार्टी औऱ समाजवादी पार्टी है और अगर इसके अलावा जिस पार्टी का बोलबोला नजर आ रहा है तो वो है मायावती जी की बहुजन समाजवादी पार्टी जो कहीं न कहीं अभी भी भाजपा और सपा के बाद तीसरी नं. की पार्टी बनी हुई है जिसको लेकर बसपा इस बार के चुनाव मे कोई लापरवाही नही करना चाहती जिसके चलते वो बहुत सोच समझकर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर रही है और जरूरत पड़े तो दो दो बार प्रत्याशी बदलने से भी पीछे नही हट रही।
इसी के चलते आगरा जिले की एत्मादपुर विधानसभा सीट से सर्वेश बघेल का टिकट काटकर बसपा ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश बघेल को प्रत्याशी बनाया है। इसी तरह आगरा उत्तर से कांग्रेस छोड़कर आए शब्बीर अब्बास को मुरारी लाल गोयल पेंट की जगह प्रत्याशी बनाया गया है। मुस्लिम बहुल आगरा दक्षिण सीट की जगह वैश्य बहुल आगरा उत्तर सीट से बसपा का मुस्लिम प्रत्याशी को उतारना राजनीतिक दलों को भी चौंका गया। साथ ही बुधवार को बसपा कार्यालय की ओर से नई प्रत्याशियों की सूची भी जारी की गई।
बुधवार सुबह से ही बसपा सेक्टर प्रभारी गोरेलाल जाटव के घर पर बी फॉर्म पाने की चाह मे प्रत्याशियों का जमावड़ा लगा रहा, लेकिन आगरा उत्तर से मुरारीलाल गोयल, एत्मादपुर से सर्वेश बघेल और खेरागढ़ से गंगाधर कुशवाहा को बी फॉर्म नही दिया गया। जिसके बाद हंगामे के चलते बसपा सेक्टर प्रभारी गोरेलाल ने दो घंटे का समय मांगा और दोपहर में नामांकन का वक्त खत्म होने के बाद शाम को तय हुआ कि प्रत्याशियों में फेरबदल होगा। जिसके बाद प्रत्याशियों में बदलाव की सूची जारी की गई, जिसमें आगरा से एत्मादपुर और आगरा उत्तर के प्रत्याशियों को बदला गया।
एत्मादपुर और आगरा उत्तर सीट पर बसपा द्वारा चार दिन के अंदर बदलाव करने से बसपा कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति है। संगठन से जुड़े लोग भी पार्टी की नीति नहीं समझ पा रहे कि जो प्रत्याशी घोषित हुए हैं, उनके जनसंपर्क के कार्यक्रम लगाएं या नहीं। खेरागढ़ पर गंगाधर कुशवाहा को भी बी फॉर्म नहीं दिया गया, इससे खेरागढ़ पर भी बदलाव की चर्चा है। भाजपा छोड़कर आए क्षत्रिय समाज के नेता का नाम यहां आगे आ रहा है।
प्रत्याशियों की घोषणा के बाद से ही आक्रोशित अग्रवाल समाज ने पहले भाजपा द्वारा टिकट न दिए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की। उसके बाद से ही बसपा के आगरा उत्तर से प्रत्याशी बनाए गए मुरारी लाल गोयल नाराज अग्रवाल समाज के लोगों से संपर्क में जुट गए, लेकिन 100 घंटे के अंदर बसपा ने उनका टिकट काटा तो अग्रवाल समाज में आक्रोश फैल गया। इससे पहले खेरागढ़ में भाजपा ने अपने मौजूदा विधायक महेश गोयल का टिकट काट दिया था, जिसे लेकर वैश्य समाज के लोगों ने भाजपा नेतृत्व से नाराजगी जाहिर की थी।