योगी राज मे न ही गरीबो पर अत्याचार थम रहा है और न ही अपराध फिर भो योगी जी कहते है कि उनका यूपी अपराधमुक्त है,
पर कैसा अपराधमुक्त जहां एक बुजुर्ग दलित महिला की गुहार सुनने मे सरकार और प्रशासन को इतना समय लग जाता है कि इतने दिन मे आदमी चल बसे और ये हाल है योगी की कर्मठ यूपी पुलिस का।
आपको बता दे कि ये ताजा मामला रायबरेली के सदर तहसील के अंतर्गत आने वाले बीबीपुर तालुके हंसना थाना हरचंदपुर तहसील सदर का है जहां पर पिछले 10 सालों से न्याय के लिए एक बुजुर्ग दलित महिला थाने के चक्कर काट रही है किंतु अभी तक उसे इंसाफ नहीं मिला। आज से लगभग 10 साल पहले जमीनी विवाद को लेकर एक मामला चल रहा था जिसमें न्यायालय में कार्यवाही चल रही थी और पीड़िता मुकदमा जीत गई थी पर उसकी फाइल अभी तक रायबरेली तहसील द्वारा उसे उपलब्ध नहीं कराई गई। वहीं पर मुकदमा जीतने के बाद विपक्षियों ने अन्य लोगों से सांठगांठ करके प्राथिनी कमला देवी के बेटे का 9 दिसंबर 2011 को अपहरण करके हत्या करवा दी। जिसके बाद अभी तक इस केस पर कोई सुनवाई नहीं हुई है, यह केस न्यायालय में विचाराधीन है।
वहीं पर इस केस में नामित आरोपी ओम प्रकाश यादव व राधेश्याम पाल ने बुजुर्ग दलित महिला को रास्ते में रोककर जातिसूचक गालियां देते हुए बुजुर्ग महिला की नातिन जो कि 15 साल की है उसको अपहरण कर मारने की धमकी दी। अपराधियों ने कहा की तुम अपनी अपहरण केस की फाइल वापस ले लो जो रायबरेली में चल रहा है नहीं तो तुम्हारी नातिन जो रायबरेली पढ़ने जाती है उसको भी तुम्हारे बेटे की तरह अपहरण कर मार देंगे और तुममे कोई भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।
बात सही भी है, क्योंकि जहां पीड़ितो का साथ देने के बजाय पुलिस ने ही अपराधियों के साथ सांठगांठ करके रखी हो और जिसे पुलिस का संरक्षण प्राप्त हो तो कोई उसका कोई क्या बिगाड़ सकता है,
साथ ही गांव के ही दबंग लोगों ने जिनका मामला पहले से विवादित था बुजुर्ग महिला की बहू को रेप करने व मारने की भी धमकी दी। जिस संबंध में बुजुर्ग महिला ने कोतवाली हरचंदपुर रायबरेली सदर एसपी डीएम सभी अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया किन्तु इस महिला की कहीं पर सुनवाई नहीं हुई। तत्पश्चात बुजुर्ग महिला ने इन लोगों से तंग आकर जिला अधिकारी डीएम को एक प्रार्थना पत्र लिखा है जिसमें उसने यह साफ-साफ लिख दिया था कि इन लोगों के खिलाफ अभी तक आप लोगों ने कोई कार्रवाई नहीं की है इस वजह से मैं अपने पूरे परिवार के साथ आत्महत्या कर लूंगी।
जिसके बाद इस संबंध में जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देने के बाद बुजुर्ग महिला कमला देवी 28 दिसंबर 2021 से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठी हुई थी । जिसके चलते एसडीएम ने महिला को अपने केबिन में बुलाकर धमकी देते हुए कहा कि अपने रिश्तेदारों के साथ यहां से चुपचाप उठकर चली जाओ, नहीं तो तुम बूढी हो तुमको इतना मारेंगे, उठा जेल में बंद कर देंगे और तुमको कोई पूछने वाला भी नहीं होगा। साथ ही वहीं कवरेज करने गए संवाददाता कमलेश कुमार को भी एसडीएम ने मार कर जेल में बंद करने की धमकी दी।
इस संबंध मे अभी तक प्रशासन द्वारा कोई भी कार्यवाही नही की गई थी पर अब उस महिला को धरने से हटा दिया गया है और उसे आश्वासन देते हुए प्रशासन द्वारा चार दिन मे कार्यवाही करने की बात कही है।
अब सरकार के इस वादे मे कितना दम है या ये भी केवल मामले को शांत करने का तरिका है ये तो आगे आने वाला समय ही बताएगा।