देशभर मे कोरोना के खत्म होने के बाद जनता को राहत प्रदान हुई थी और आम जिंदगी वापस पटरी पर लौट आई थी पर अब एक बार फिर जनता खौफ मे छा गया है क्योंकि दक्षिण अफ्रीका से आए एक नए वैरिएंट ओमिक्रान ने भारत मे दस्तक दे दी है जिसका असर बहुत तेजी से जनता मे होता दिखाई दे रहा है जिसको लेकर लोग चिंतित पर इसपर स्वास्थ्य विभाग ने भी पूर्ण नजर बनाई हुई है जिसको लेकर आईआईटी के वैज्ञानिक प्रो. मणिंद्र अग्रवाल ने जनता के लिए एक राहत देने वाली खबर दी है।
18 से 23 दिसंबर पीक पर होगी कोरोना की तीसरी लहर
आईआईटी के वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने दावा किया कि 18 से 23 दिसंबर तक कोरोना की तीसरी लहर पीक पर होगी। साथ ही जनता को राहत प्रदान करते हुए उन्होंने बताया कि यह लहर कितनी खतरनाक होगी, कितने लोगों को प्रभावित करेगी, अभी इसका विश्लेषण किया जा रहा है।
प्रो. अग्रवाल ने अपने सूत्र मॉडल से कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता का आकलन किया था। उनका कहना है कि दक्षिण अफ्रीका का पूरा डाटा मिल गया है। उसी के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है। कुछ दिन पूर्व भी उन्होंने दावा किया था कि भारत में जनवरी में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। इस दौरान संक्रमण तेजी के साथ फैलेगा और रोजाना डेढ़ लाख केस आ सकते हैं और फरवरी में ये लहर पीक पर होगी। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन के अलावा लोगों में नेचुरल इम्यूनिटी भी डेवलप हो गई है। ऐसे में तीसरी लहर दूसरी लहर की तुलना में कम भयावह होगी।
ओमिक्रान की दस्तक से वैक्सीन पर बढ़ा भरोसा
इस नए वैरिएंट के खतरे के चलते सरकार जल्द से जल्द जनता को कोरोना की दोनो डोज़ लगा देना चाहती है जिसके चलते अब कोरोना वैक्सीनेशन मे तेजी बरती जा रही है। और देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट की दस्तक के बाद लोगों का फिर से वैक्सीन के प्रति भरोसा बढ़ गया है। पर कहीं न कहीं देश के हालातो को देखकर ऐसा लग रहा है कि इस साल टीकाकरण का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाएगा जिसकी वजह से सरकार को इसकी डेडलाइन अगले साल तक के लिए आगे बढ़ानी पड़ेगी।
वैक्सीन की दोनों डोज़ से अभी भी दूर है जनता
आपको जानकर हैरानी होगी की अभी भी देश के 15 करोड़ से अधिक व्यस्क आबादी वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं ले पाई है और 50 करोड़ से ज्यादा आबादी को दूसरी खुराक लगना बाकी है। ऐसे में अब सरकार ने अगले साल जनवरी से फरवरी माह के बीच टीकाकरण शत प्रतिशत होने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने इस साल 31 दिसंबर तक देश के प्रत्येक वयस्क नागरिक का टीकाकरण पूरा होने के कई दावे भी किए थे। तीन महीने तक टीकाकरण में 70 से 80 फीसदी तक की गिरावट रही थी।
टीकाकरण बढ़ाने के लिए 3 से 27 नवंबर के बीच हर घर दस्तक अभियान चलाया गया जिसे अब बढ़ाकर 31 दिसंबर तक कर दिया है। उन्होंने बताया कि 22 नवंबर से टीकाकरण का ग्राफ बढ़ा है लेकिन इसमें उछाल दिसंबर माह में दर्ज किया गया जब देश में ओमिक्रॉन के पहले दो मामलों की पुष्टि हुई थी। 17 सितंबर के बाद देश में सबसे अधिक टीकाकरण भी तीन दिसंबर को हुआ जब एक दिन में 1.10 करोड़ लोगों ने वैक्सीन ली।
वैक्सीन लेने वालों की संख्या में करीब 60% की बढ़ोतरी
वैक्सीनेशन को लेकर नई दिल्ली के अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ डॉ. एस चटर्जी का कहना है कि उनके यहां वैक्सीन लेने वालों की संख्या मे करीब 60 फीसदी की बढ़ोतरी बीते दो सप्ताह में हुई है। साथ ही दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 75 फीसदी तक लोगों की संख्या बढ़ी है। जबकि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानि की एम्स में यह बढ़ोतरी 20 से 30 फीसदी के आसपास दर्ज की गई है।साथ ही उन्होने बताया कि देश के अस्पतालों में अब ओमिक्रॉन वैरिएंट का अलग से एक वार्ड बनाना होगा।
कोरोना और ओमिक्रॉन रोगियों को रखे अलग अलग
बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश देते हुए कहा है कि अस्पतालों में कोरोना और ओमिक्रॉन संक्रमित रोगियों को अलग अलग रखना होगा। ताकि वायरल लोड को बढ़ावा न मिल सके। इसी के साथ ही अब अस्पतालों में कोरोना संदिग्ध, संक्रमित और ओमिक्रॉन तीन-तीन वार्ड होगें जहां मरीजों का इलाज मिलेगा।
होम आइसोलेशन में दे सकते हैं ई-संजीवनी का लाभ
इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि हाल ही में विदेश यात्रा से लौटे प्रत्येक नागरिक का 8वें दिन आरटी पीसीआर टेस्ट कराना होगा। साथ ही, जिला स्वास्थ्य विभाग की टीमें इन लोगों पर निगरानी रखेंगी। इसके साथ साथ होम आइसोलेशन में रहते हुए ई-संजीवनी सुविधा का लाभ भी दे सकते हैं जिसके जरिए घर बैठे चिकित्सीय सलाह मिल सकती है। दरअसल ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अब तक केंद्र सरकार की ओर से चार बार राज्यों के लिए दिशा निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
मंत्रालय ने बताया कि पिछले एक दिन में 8,439 मिले हैं जिसके चलते कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 3,46,56,822 हो गई है। वहीं 555 दिन बाद सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 93,733 रह गई है। पिछले एक दिन में 195 मरीजों की मौत हुई है। अब तक देश में 4,73,952 लोगों की जान जा चुकी है। इस दौरान 9525 मरीजों को स्वस्थ घोषित भी किया गया। अब तक देश में 3.40 करोड़ लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। फिलहाल देश में कुल सक्रिय दर 0.27 फीसदी और रिकवरी दर 98.36 फीसदी है। इनके अलावा दैनिक संक्रमण दर 0.70 फीसदी है। पिछले एक दिन में 12.13 लाख सैंपल की जांच हुई थी।