वैष्णो देवी मंदिर मे भारी भीड़ के चलते मची भगदड़ मे 12 लोगो ने गंवाई जान

देश राज्य
Spread the love

[ KABEER NEWS DESK ]

31 जनवरी की रात को नए साल पर जम्मू कश्मीर मे माता वैष्णो के दर्शन को भारी संख्या मे पहुंचे श्रद्धालुओं  के बीच मची भगदड़ के चलते काफी लोग हादसे का शिकार हो गए जिसमे 12 लोगो ने अपनी जान गंवा दी और 13 घायल हो गए जिन्हे तुरंत माता वैष्णो देवी नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल मे भर्ती कराया गया है और मामले की जांच जारी है। पर फिलहाल हादसे के चलते रोकी गई यात्रा  हालात सामान्य होने के चलते एक बार फिर शुरु कर दी गई है।

आपको बता दे कि शुक्रवार 31 जनवरी रात करीब 2.45 बजे वैष्णो देवी मंदिर मे दर्शन को पहुंचे करीब 70 से 80 हजार श्रद्धालुओं के बीच भवन के गेट नंबर तीन के पास झड़प के कारण संतुलन बिगड़ने से भगदड़ मची । जिसके चलते लोग एक दूसरे पर गिरते चले गए और 12 लोग इस घटना के चलते मौत का शिकार हो गए और 13 घायलो को माता वैष्णो देवी नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल मे भर्ती कराया गया है। और आगे भी घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

वैष्णो देवी मंदिर परिसर के ड्यूटी ऑफिसर जगदेव सिंह ने बताया कि मृतकों में एक शख्स जम्मू-कश्मीर के ही राजौरी का रहने वाला है। इसके अलावा अन्य 11 लोग देश के अलग-अलग राज्यों के हैं। अब तक मृतकों में से 7 लोगों की पहचान कर ली गई है। 5 अन्य लोगों की पहचान का प्रयास किया जा रहा है। घायलो  में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के लोग शामिल हैं।

हादसे को लेकर श्राइन बोर्ड ने भी अपना बयान जारी किया है। जिसमे उन्होने बताया कि पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा तुरंत राहत कार्य शुरू किया गया है और मामले की जांच को लेकर सरकार ने तीन सदस्यों की टीम को उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं, जिसकी अध्यक्षता प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम करेंगे और उनके अलावा एडीजीपी जम्मू जोन और डिविजनल कमिश्नर जम्मू इसके सदस्य होंगे।

भगदड़ का कारण

इतने बड़े हादसे की जानकारी देते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि शुरुआती रिपोर्ट्स में हमें यह पता चला है कि कुछ लोगों के बीच बहस हुई थी और धक्का-मुक्की की स्थिति पैदा हो गई। इसके बाद लोग भागने लगे, जिसके चलते यह हादसा हुआ। हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी दुख व्यक्त किया है। फिलहाल वैष्णो देवी यात्रा की एक बार फिर से शुरुआत कर दी गई है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह मौके पर पहुंचने वाले हैं।

मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख की अनुग्रह राशि

वैष्णो देवी में भगदड़ के चलते मरने वाले लोगों के परिजनों के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार ने 10 लाख रुपये की राहत का ऐलान किया है। एलजी मनोज सिन्हा की ओर से घायलों को भी 2 लाख रुपये की राहत देने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख और घायलों के लिए 50 हजार रुपये की राहत की घोषणा की गई है।

घटना पर शोक व्यक्त किया

इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कई नेताओं ने मृतको और घायलो के परिजनो का हाल जाना। इस हादसे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, समेत कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया।

हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट में लिखा, वैष्णो देवी भवन में हुई भगदड़ में लोगों की जान जाने की खबर से बेहद आहत हूं। मैं दिल से मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्रता से ठीक होने की कामना करता हूं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर दुख जताते हुए ट्वीट किया, ‘माता वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ में लोगों की मौत से अत्यंत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा,केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय जी से बात की और स्थिति का जायज़ा लिया।’ इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने हादसे का शिकार हुए लोगों के परिजनों को 2 लाख रुपये की राहत देने का ऐलान किया है। साथ ही जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने भी माता वैष्णो देवी पर हुई भगदड़ को लेकर शोक व्यक्त किया है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी माता वैष्णो देवी मंदिर में हुए हादसे पर दुख जताया है। केंद्रीय मंत्री ने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।

विपक्ष ने भी इस हादसे को लेकर शोक जताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी, बसपा प्रमुख मायावती ने माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ के दौरान मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा’ माता वैष्णोदेवी मंदिर में हुई भगदड़ की दुर्घटना दुखद है। मृतकों के परिवारजनों को मेरी शोक संवेदनाएँ। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना है।’ साथ ही बसपा प्रमुख मायावती ने भी वैष्णो देवी हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि, वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन के दौरान हुए हादसे में कई लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में लोग बुरी तरह घायल हो गए। मीडिया के माध्यम से अब तक जो तथ्य सामने आ रहे हैं, उसमें सरकार की ज्यादा लापरवाही नजर आ रही है। सरकार इस पर गंभीरता से चिंतन करे।

पीड़ितों के परिजनों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी 

आपको बता दे कि इस पूरे मामले को लेकर प्रशासन ने व्यवस्था का पूरा ध्यान रख रहे है जिसमे वैष्णो देवी मंदिर श्राइन बोर्ड ने हादसे के पीड़ितों के परिजनों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। श्राइन की बोर्ड से जारी 01991234804 और 01991234053 नंबरों पर कॉल करके अपने परिचित या परिवार के लोगों की स्थिति जानी जा सकती है। जिला प्रशासन की ओर से ये नंबर जारी किए गए हैं।

साथ ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया है कि स्वयं प्रधानमंत्री इस मामले में संपर्क बनाए हुए हैं तथा स्थिति पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब वहां पर स्थिति सामान्य हो रही है और व्यवस्था बनाकर सभी श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी तथा किसी को भी वापस नहीं लौटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनके उपचार में किसी तरह की कमी नहीं रखी जाएगी।

श्राइन बोर्ड ने  नहीं तय की थी श्रद्धालुओं की संख्या

साथ ही एक स्थानीय दुकानदार ने मंदिर प्रशासन की लापरवाही को भी इस हादसे का एक बड़ा कारण बताते हुए बताया कि श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं की संख्या तय नहीं की थी। उन्होंने कहा कि त्रिकुटा हिल्स में ज्यादा श्रद्धालु नहीं ठहर सकते हैं। ऐसे में उन्हें कटरा बेस कैंप में ही रोकना चाहिए था और उनकी लिमिट तय करनी चाहिए थी।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *