6 दिसंबर 2021 को संविधान निर्माता, बोधिसत्व ,भारत रत्न बाबा साहेब डॉ.भीम राव अंबेडकर जी के 66वें परिनिर्वाण दिवस की पुर्व संध्या पर बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा स्थल पर रायबरेली के धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के सम्मानित बुद्धिजीवी साथियों द्वारा सामाजिक सद्भावना संगोष्ठी एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन बहुजन शक्ति संघर्ष वाहिनी एवं विश्व दलित परिषद के संयुक्त तत्वाधान में किया गया।
श्रद्धांजलि सभा के दौरान वहां उपस्थित बुद्धिजीवी साथियों ने बाबा साहेब के चित्र पर पुष्पांजलि के माध्यम से श्रद्धासुमन अर्पित किए तथा उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उनके योगदान को याद किया तथा उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।
उन्होने वहां की जनता को संबोधित करते हुए उन्हे बाबा साहब के व्यक्तित्व से अवगत कराते हुए कहा कि उनका विराट व्यक्तिव समाज को प्रकाश स्तंभ के रूप प्रकाशित करता रहता है। बाबा साहेब ने खासतौर पर बहुजन समाज और महिलाओं को जो सम्मान और गौरव बहुजन समाज को दिलाया बहुजन समाज और महिलाएं सदैव उनके प्रति ऋणी रहेगा।
सिर्फ बहुजन समाज ही नहीं बल्कि भारत के हर नागरिक के लिए उन्होंने मानवीय मूल्यों की प्राथमिकता दी। साथ ही उन्होने कहा कि आज समूचा राष्ट्र बाबा साहेब के प्रति कृतज्ञ है उन्होंने समतामूलक समाज के निर्माण में अपना उच्चतम योगदान दिया। इसके साथ ही वहां उपस्थित और भी लोगो ने बाबा साहब को अपने शब्दों के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने विचार रखे।
संगोष्ठी का संचालन अध्यक्ष विश्व दलित परिषद बड़े भाई राजेश कुरील ने किया तथा आभार संरक्षक बहुजन शक्ति संघर्ष वाहिनी रोहित चौधरी ने व्यक्त किया और सभाध्यक्ष सीबी गौतम ने अध्यक्षीय उद्बोधन के द्वारा संगोष्ठी का समापन किया। इस अवसर पर अनिलकांत ,आशाराम रावत ,गुफ्तार वर्मा ,शिवदुलारी ,मंजू , आदि बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।