[ KABEER NEWS DESK ]
हांलि मे योगी के अपराधमुक्त यूपी मे घटित कासगंज मामले ने जनता मे यूपी पुलिस के खौफ को एक बार फिर हराभर कर दिया जिससे हम सब वाकिफ हैं।
पर ये हम सब जानते है कि योगी के पुलिस प्रशासन पर लगा ये आरोप कोई पहला आरोप नही है इससे पहले भी कई घटनाएं हुई जिनमे यूपी पुलिस दोषी पाई गई और अब एक बार फिर अल्ताफ की मौत को लेकर यूपी पुलिस का ये बयान कुछ हजम नहीं हो रहा और कहीं न कहीं योगी के पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल खड़े करता है। जिसे जानना हम सब के लिए जरूरी है क्योंकि आज जहां अल्ताफ है कल वहां कोई भी हो सकता है।
आपको बता दे कि पुलिस हिरासत में हुई अल्ताफ की मौत को बाद से ही उसका पूरा परिवार सदमे है जिसके तहत उसके पिता अभी भी अपने बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए धरने पर बैठे हैं जिसको लेकर अभी तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नही हुई हैं। जिस मामले पर मृतक के पिता ने यूपी पुलिस पर आरोप लगाते हुए एक ऐसा खुलासा किया है जो पूरे यूपी पुलिस प्रशासन को शर्मसार करता हैं।
इसके तहत मै आपको मृतक के पिता के तीन अलग अलग बयान बताती हूं जिसे देखने के बाद आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगें, यूपी पुलिस के कारनामो के बारे मे।
सबसे पहले मंगलवार को जब किशोरी को अगवा करने के आरोपी अल्ताफ की मौत हुई थी, तब उसके पिता चांद मियां ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि कोतवाली में पुलिस ने उनके बेटे की हत्या कर दी।
जिसके बाद अगले दिन बुधवार को पिता का बयान बदल जाता है जिसपर मृतक के पिता ने पुलिस को लिखकर दिया और साथ ही वीडियो में भी कहा कि उनका बेटा तनाव में था। जिसके कारण उनके बेटे ने थाने में फांसी लगा ली। पुलिस ने उपचार कराया, लेकिन मौत हो गई। पिता का ये बयान बहुत ही हैरान करने वाला था।
जिसके बाद एक दिन बाद गुरुवार को फिर पिता का बयान बदल गया अब मृतक अल्ताफ के पिता का कहना है कि वो बेटे की मौत से सदमे में थे। पुलिस ने दबाव में अंगूठा लगवा लिया। वे अनपढ़ हैं। उन्हें न्याय चाहिए।
इसके साथ ही मृतक की मां की हालत बहुत ज्यादा खराब है अल्ताफ की मां फातिमा बेसुध है। उसे विपक्ष के नेता सांत्वना देने पहुंच रहे थे। कह रहे थे कि धैर्य रखें परिवार को न्याय दिलाया जाएगा। इस बीच मां कह रही थी कि उनके बेटे को पुलिस ने मारा है। उन्हें रुपए की जरूरत नहीं है, बल्कि न्याय चाहिए। बेटे की मौत के लिए जो भी दोषी हो उसको सजा मिलनी चाहिए।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए सीओ कासगंज सदर दीपकुमार पंत ने कहा कि मृतक के पिता ने पुलिस को लिखित में बयान दिया है और वीडियो में भी कहा कि उनका बेटा तनाव में था और आत्महत्या कर ली। पिता मानसिक रूप से अभी परेशान हैं। इसलिए बार-बार बयान बदल रहे हैं। इसके अलावा तमाम लोग मिलने आ रहे हैं और पीड़ित परिवार को बरगला रहे हैं। हो सकता है वो प्रलोभन में भी हों।
अब यह पूरा मामला हमे सोचने पर मजबूर करता है कि आखिर एक पिता जो अपने बेटे को न्याय दिलाने को लेकर धरने पर बैठा है वो आखिर तीन बार अपने बयान क्यों बदलेगा या बदलवाया जाएगा। क्योंकि कहीं न कहीं यूपी पुलिस के इस दबाव की पुष्टि मृतक के पिता के तीसरे वाले बयान से हो जाती है जिसमे वे बताते है कि पुलिस ने उनसे जबरदस्ती बयान बदलवाया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी, यूपी कांग्रेस प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह, बसपा सुप्रीमो मायावती, एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर इस मामले में न्यायिक जांच और पीड़ित परिवार को मुआवजे की मांग उठाई है।