[ KABEER NEWS DESK ]
यूपी की योगी सरकार के प्रशासन पर सवाल उठना कोई बड़ी बात नहीं है क्योंकि यूपी की जनता पर डंडे बरसाना योगी सरकार का पुराना शौक है, फिर ये शौक गलत ही क्यों न हो
जिसको लेकर एक बार फिर योगी के पुलिस प्रशासन का एक शर्मनाक कृत्य सामने आया है , जो योगी के भयमुक्त शासन पर हजार सवाल खड़े करता है,
लखनऊ में शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज के मामले में सरकार पर कटाक्ष करने वाले पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने कानपुर देहात में बच्चे को गोद लिए युवक पर दारोगा के लाठी बरसाने के मामले पर ट्वीट किया है। इस पूरे प्रकरण पर सफाई देने के साथ ही पुलिस ने दारोगा को सस्पेंड भी कर दिया है।
इस मामले को लेकर वरुण गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने कहा कि सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके। यह नहीं कि न्याय मांगने वालों को न्याय के स्थान पर इस बर्बरता का सामना करना पड़े,यह बहुत कष्टदायक है। भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं है। उन्होंने कहा कि सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कानून का भय हो, पुलिस का नहीं।
वीडियो ट्वीट करते हुए वरुण गांधी ने योगी आदित्यनाथ सरकार से सवाल भी किया था। उन्होंने लिखा था कि यह बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है। इस पर भी इनके ऊपर ये बर्बर लाठीचार्ज। अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिए क्या ये आपके बच्चे होते तो इनके साथ यही व्यवहार होता। आपके पास रिक्तियां भी हैं और योग्य अभ्यर्थी भी, तो भर्तियां क्यों नहीं।
इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर काफी वायरल होने के बाद पुलिस ने अपनी सफाई देने के साथ ही इस प्रकरण पर एक्शन भी लिया। पुलिस ने अपनी सफाई में कहा है कि जिस शख्स को मारा जा रहा था वो और उनका भाई अस्पताल में अराजकता फैला रहा था। उस पर लाठी बरसाने वाले एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है। इस प्रकरण में एडीजी कानपुर जोन भानु भास्कर ने दारोगा को निलंबित कर दिया है। इससे पहले कानपुर देहात के एसपी ने उसको लाइन हाजिर किया था।