[ KABEER NEWS DESK ]
योगी के यूपी मे जहां अपराधो का सिलसिला थमने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ शिक्षा का स्तर भी गिरता चला जा रहा है। हर पेपर मे धांधली करने वालो के नाम सामने आ जाते है जिसका असर बच्चो के भविष्य पर पढ़ रहा है जिस पर कोई भी सरकार कुछ नही करती। और योगी सरकार की बात करे तो न ये अपराध पर लगाम लगा पाई न ही अपराधियों पर। अब एक बार फिर यूपी के एसटीएफ की गोरखपुर इकाई ने उत्तरप्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की दरोगा, कांस्टेबल व समकक्ष पदों की सीधी भर्ती की ऑनलाइन परीक्षा-2021 में धांधली करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में बुधवार की देर शाम लेखपाल, बिजली निगम के कर्मचारी व एजी ऑफिस प्रयागराज में अकाउंटेंट सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
जालसाजी, धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज सहित कई गंभीर धाराओं मे मुकदमा दर्ज
आपको बता दे कि ये सभी आरोपी गोरखपुर, हरियाणा, उन्नाव व महराजगंज से है जिन्हे शाहपुर थाने में दाखिल किया गया है। साथ ही जालसाजी, धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने व आईटी एक्ट सहित कई गंभीर धाराओं में इन सभी पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोप है कि गिरफ्तार आरोपी अभ्यर्थी की जगह सॉल्वर बैठाकर और ऑनलाइन एप की मदद से नकल कराना चाह रहे थे। इन सबके पास से पांच लाख 50 हजार रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
एसटीएफ ने छापा माराकर बिजली निगम के कर्मी संतोष कुमार यादव को मौके से दबोच
एसटीएफ गोरखपुर इकाई के प्रभारी निरीक्षक सत्य प्रकाश सिंह बताया कि पुलिस भर्ती की ऑनलाइन परीक्षा को निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से कराने की जिम्मेदारी मिली है। इसी लिहाज से सूचना जुटाई जा रही थी। तभी पता चला कि एक व्यक्ति ऑनलाइन परीक्षाओं में सेटिंग कराता है और वह विष्णुपुरम भेडियागढ़ मोहल्ले में कुछ अभ्यर्थियों की सेटिंग कराने के लिए आ रहा है। सूचना पर एसटीएफ की टीम ने छापा मारा और बिजली निगम के कर्मी संतोष कुमार यादव को दबोच लिया। संतोष कुमार यादव से सख्ती से पूछताछ के बाद उसने बताया कि विष्णुपुरम भेडियागढ़ के मकान नंबर 812 एफ में पहली मंजिल पर साल्वर गैंग के कुछ सदस्य मौजूद हैं।
ओम ऑनलाइन सेंटर से 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार
इसके बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर जबरन कमरे का दरवाजा खुलवाया तो साक्ष्य मिटाया गया था। जरूरी सामान व कागजात जला दिए गए थे । इसकी राख भी बरामद की गई। मौके से ही बुधवार की शाम छह बजे चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। और इससे पहले ही एसटीएफ ने बीते मंगलवार को ओम ऑनलाइन सेंटर से नित्यानंद गौड, अश्वनी दुबे, रजनीश दीक्षित को गिरफ्तार किया था। इन सबके खिलाफ रामगढ़ताल थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
इस मामले पर प्रभारी निरीक्षक ने कहा कि गिरफ्तार संतोष कुमार यादव ने पूछताछ में आकाश उर्फ अंकित श्रीवास्तव का नाम लिया और कहा कि हम दोनों ने मिलकर दो अभ्यर्थियों को एसएससी की परीक्षा में चयन कराने के लिए साढ़े पांच लाख रुपये वसूले थे, अब यह धनराशि एसटीएफ ने बरामद कर ली है।