[ KABEER NEWS DESK ]
शारदा प्रशिक्षण हेतु चंद्रप्रभा डिग्री कॉलेज रसूलाबाद कानपुर देहात में समस्त मास्टर ट्रेनरों ने प्रशिक्षण की बारीकियां सभी शिक्षकों को समझायीं तथा आउट ऑफ स्कूल और ड्रॉपआउट बच्चों के बीच का अंतर समझाया। मास्टर ट्रेनर मोहम्मद जावेद ने स्कूल से बच्चों के ड्रॉप आउट होने का कारण तथा समाधान सभी शिक्षकों को बताया तथा आउट ऑफ स्कूल चल रहे बच्चों को विद्यालय में आकर्षित करने के लिए विभिन्न गतिविधियां करायीं।
ए आर पी पवन सिंह एवं गौरव सिंह ने बताया कि भारतीय संसद द्वारा निशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 लागू किए जाने के बाद अब 6 से 14 वर्ष तक की आयु के प्रत्येक बालक को प्रारंभिक शिक्षा पूरी होने तक किसी आस-पास के विद्यालय में निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार प्राप्त हो गया है।
साथ ही ए आर पी आशीष द्विवेदी ने आउट ऑफ स्कूल बच्चो के विद्यालय आने पर उन्हें भाषा और गणित को सिखाने के लिए नई नई गतिविधियां सभी शिक्षकों को सिखायीं। मास्टर ट्रेनर शैलेश कुमार सिंह एवं मयंक मिश्रा ने भी आउट ऑफ स्कूल बच्चों को विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रम की योजना से अवगत कराया।
चंद्रप्रभा डिग्री कॉलेज रसूलाबाद में शारदा प्रशिक्षण के प्रथम बैच के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अनूप कुमार सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी रसूलाबाद ने प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर द्वारा दिए गए प्रशिक्षण को सभी स्कूलों में लागू करने का आदेश देते हुए कहा की इस प्रशिक्षण की सार्थकता तभी होगी जब एक भी बच्चा आउट ऑफ स्कूल तथा ड्रॉपआउट ना रहे।
विपिन कुमार शांत ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को अपने विद्यालय के आसपास के क्षेत्र में सर्वे कर शत-प्रतिशत बच्चों का नामांकन कराने के लिए प्रेरित किया एवं शारदा प्रशिक्षण को सार्थक करने के लिए आह्वान कियाl
इस अवसर पर अंजुमनी कश्यप, सलिल द्विवेदी , जगन्नाथ यादव, दिव्या शाक्य, राजेंद्र यादव, जितेंद्र कुमार, अंकित गौतम, स्वेजल तिवारी, इसराइल मोहम्मद, सारिका, आरती, रूबी मिश्रा, महेंद्र कुमार, ब्रजकिशोर, अंजनी शुक्ला, कुंवर पाल आदि शिक्षक उपस्थित रहे।