ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई है : योगी सरकार

उत्तर प्रदेश राज्य स्वास्थ्य
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[ KABEER NEWS DESK]

कोरोना काल मे बढ़े मृत्यु के स्तर का सबसे बड़ा कारण था सरकार की नाकामी, जिसके चलते ही आक्सीजन की कमी से भारी मात्रा मे जनता ने अपनी जान गंवाई। जिसको लेकर विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा और अब इसी बात को लेकर एक बार फिर विवाद छिड़ गया है। जिसपर बृहस्पतिवार को विधान परिषद में एक बार फिर ये मामले पर विवाद उठ खड़ा हुआ जिसपर योगी सरकार ने आक्सीजन की कमी से होने वाली मौतो पर एक बार फिर सफाई पेश करते हुए कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई है।

कांग्रेस नेता दीपक सिंह के सवाल पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश में कोरोना से 22,915 मौतें हुई हैं, लेकिन इनमें से एक भी मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं बताई गई है। इस पर अपनी दलील पेश करते हुए सपा सदस्य उदयवीर सिंह ने कहा कि आगरा के पारस अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से मौत के मामले में सरकार ने कार्रवाई की है। फिर सरकार यह झूठ कैसे बोल सकती है।

इस पर योगी सरकार की तरफ से नेता सदन दिनेश शर्मा ने कहा कि आप लोगों को प्रदेश सरकार की तारीफ करनी चाहिए कि इस बड़ी आपदा में जो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी उसे रोका गया। साथ ही उन्होने सपा ने राजधानी के अलीगंज थाना क्षेत्र में आठ दिसंबर को तिरुपति ज्वैलर्स के यहां लूट का मुद्दा उठाया। इस पर सरकार की ओर से कहा गया कि इस मामले का खुलासा लखनऊ पुलिस ने कर दिया है। दो लोगों को गिरफ्तार कर लूट के माल की बरामदगी भी की गई है। वहीं जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने सपा सरकार के दौरान हुई घटनाओं की याद दिलाई।

निजी अस्पतालों में जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने को लेकर सपा सदस्य परवेज अली के सवाल पर जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश के 1030 निजी और 140 सरकारी अस्पतालों में इनके स्टोर खुले हैं। उन्होंने बताया कि निजी अस्पतालों में जेनेरिक दवाओं के लिए जब कोई लाइसेंस मांगता है तब उसे सारे मापदंडों के अनुसार लाइसेंस दिए जाते हैं।

जिस पर पलटवार करते हुए सपा सदस्य परवेज अली ने पीठ से मांग की कि सभापति एक समिति बना दें और वह चलकर देख लें कि क्या पांच निजी अस्पतालों में भी इसकी व्यवस्था है? उन्होंने मंत्री को भी चुनौती दी कि वे लखनऊ के पांच अस्पतालों के नाम बता दें जहां जेनेरिक दवाएं मिलती हों। इस पर मंत्री ने कहा कि जेनेरिक दवाओं के स्टोर राज्य सरकार नहीं खुलवाती। हम पहले से यूपी में दवा और इलाज गरीब परिवारों को फ्री में दे रहे हैं।

इसी बीच सपा सदस्य अमित यादव ने शाहजहांपुर के कटरा थाने के इंस्पेक्टर प्रवीण सोलंकी द्वारा की गई अभद्रता का भी मामला उठाया। वहीं नेता शिक्षक दल के ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने एक कार्यक्रम के दौरान शिक्षा विभाग से जुडे़ अधिकारियों के न पहुंचने पर विशेषाधिकार का हनन का मामला उठाया। इस पर नेता सदन दिनेश शर्मा ने कहा कि दूसरे पक्ष को भी जानने के बाद न्यायोचित कार्रवाई की जाएगी।

सपा के सदस्य शतरुद्र प्रकाश ने ग्राम्य विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार के खिलाफ अवमानना का नोटिस भी दिया। इस पर पीठ ने सरकार को एक महीने में इस पर कार्रवाई कराने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होने विश्वनाथ धाम का ऐतिहासिक नया अध्याय शुरू करने के लिए वाराणसी के सांसद व पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी को धन्यवाद का प्रस्ताव सदन में रखा।

बसपा के नेता दिनेश चंद्रा ने कार्यस्थगन प्रस्ताव के जरिये ओबीसी की 17 जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने का मामला उठाया। इस पर निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने आपत्ति की जिस पर दोनों के बीच बहस भी हुई। सभापति ने कार्यस्थगन प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। कांग्रेस के दीपक सिंह ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाली ध्वस्त सड़कों का मामला उठाया।

इस पूरी सामाजिक बहस के साथ ही तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर विधान परिषद में शोक व्यक्त किया गया और उन्हें श्रृद्घांजलि भी दी गई।

 

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