उत्तरप्रदेश में जहां एक तरफ दीवाली के आगमन के बाद से प्रदेश भर के प्रदूषण की मात्रा दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है जिस पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगातार नज़र बनाया हुआ है और इसे नियंत्रित करने के लिए कदम भी उठा रहा है। तो दूसरी तरफ इसके साथ ही जीका वायरस के मामलों में भी लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है।
कानपुर में जीका के एक साथ 14 मरीज मिलने से मचा हड़कंप
आपको बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले भी शहर में जीका वायरस के 6 मामले एक साथ मिलने के बाद अब एक बार फिर यूपी के कानपुर में जीका वायरस के एक साथ 14 मरीज मिलने से हड़कंप मच जिसके चलते शहर में अभी तक कुल 25 मरीज जीका से संक्रमित मिल चुके हैं। और बताया ये भी जा रहा है कि इन मरीजों में एक गर्भवती महिला भी शामिल है।
इसके साथ ही जीका वायरस के एक साथ इतने केस मिलने पर डीएम ने सीएमओ समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई है।
डेंगू की तरह मच्छर के काटने से ही फैल रहा जीका
जीका वायरस की बात करें तो यह एक मच्छर से फैलने वाला वायरस है जो एडीज एजिप्टी नाम की प्रजाति के मच्छर के काटने से फैलता है। WHO के मुताबिक, एडीज मच्छर आमतौर पर दिन में काटते हैं। ये वही मच्छर है जो डेंगू, चिकनगुनिया फैलाता है। हालांकि, ज्यादातर लोगों के लिए जीका वायरस का संक्रमण कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन ये प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खासतौर से भ्रूण के लिए खतरनाक हो सकता है।
आपको बता दें कि जीका वायरस के कई लक्ष्ण डेंगू जैसे ही रहते हैं, लेकिन ये ज्यादा घातक और जानलेवा साबित होता है। बुखार आना, शरीर पर चकत्ते पड़ना और जोड़ों में दर्द कुछ कॉमन लक्षण हैं जो जीका वायरस से संक्रमित इंसान में देखे जा सकते हैं।
काशीराम अस्पताल में जीका के लिए बनाया गया अलग वार्ड
जीका के तेजी से बढ़ते मामलों को तेजी हुए प्रशासन भी एक्शन में आ गया है। मरीजों का इलाज काशीराम अस्पताल में कराया जा रहा है। यहां जीका के लिए अलग वार्ड बनाया गया है। इसके अलावा प्रशासन जीका को फैलने से रोकने के लिए तमाम बड़े कदम उठा रहा है।